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भारी बारिश से बद्रीनाथ हाइवे पर भरा मलबा, लोगों को जान हथेली में रखकर कर रहे सफर

बाहरी राज्यों से आये श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ हाइवे पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जान हथेली पर रखकर कर रहे सफर

उत्तराखंड न्यूज़ वाणी ब्यूरो चीफ 

उत्तराखंड के चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में लगातार हो रही बारिश श्रद्धालु चारधाम यात्री भारी पड़ रही है। बरसात में बद्रीनाथ हाईवे बेहद खतरनाक बना हुआ है, लामबगड़ में कचड़ा नाला के पास लगातार मार्ग बंद हो रहा है। यहां सड़कों पर नाला बह रहा है जिससे यात्री व स्थानीय लोग जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे हैं। इन दिनों उत्तराखंड में चार धाम यात्रा चल रही है और देशभर के श्रद्धालु दर्शन करने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। लामबगड़ में बदरीनाथ हाईवे बार-बार बंद हो रहा है जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। 

आज रविवार को भी खचड़ा नाला में पानी बढ़ने के गंभीर स्थिति रही। इस दौरान पुलिस टीम यात्रियों को पैदल दूरी तक पहुंचाया। इससे पहले बीते शनिवार को चमोली जिले के पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ के बीच हाईवे पर मलवा और बॉर्डर गिरने से कई जगह मार्ग बंद हो गया था। जिस कारण विभिन्न पहाड़ों पर करीब 3000 यात्री फंस गए थे। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को भी पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ जा रहे 155 यात्री खचड़ा नाले के उफान पर आने से फंस गए थे। जहाँ मौके पर आयी एसडीआरएफ की टीम ने फॅसे हुए यात्रियों को वहां से निकालकर पांडुकेश्वर पहुंचाया, वहीं रुक - रुक कर हो रही बरसा और पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के कारण हाईवे खोलने

बद्रीनाथ धाम हाइवे

में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि हाईवे खोलने के कार्यों पर पुलिस कर्मियों की नजर हैं। 

केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के मार्ग में भी बारिश लगातार बाधा बना रही है, यहीँ रविवार को गौरीकुंड मार्ग पर मलबा आने से बंद हो गया जिससे बाद में खोला गया। इस तरह शनिवार को भी गौरीकुंड पैदल मार्ग पर पत्थर गिरने से 1 घंटे तक आवाजाही रुकी रही इस दौरान 2855 यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया था। जिससे श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना न करना पड़े। बाहरी हिस्से से आये लोग कई दिन तक यात्रा पूरी नही कर पा रहे हैं जिससे उनके परिजनों में डर बैठ रहा है।