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“एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने किया पौधारोपण

“एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने किया पौधारोपण

अजय टम्टा एवं अन्य


बागेश्वर। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने शुक्रवार को जौलकाण्डे में वन विभाग द्वारा आयोजित सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत “एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मंत्री जी ने चंदन का पौधा रोपित करते हुए जनमानस से पर्यावरण संरक्षण में अधिकाधिक योगदान देने का आह्वान किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय नागरिकों द्वारा लगभग 200 पौधों का सामूहिक रोपण किया गया, जिनमें फलदार, छायादार एवं सुगंधित प्रजातियां शामिल थीं।

विद्यालयों के छात्र-छात्राओं एवं स्वयंसेवी समूहों ने स्वच्छता अभियान, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और पर्यावरणीय शपथ ग्रहण में सक्रिय भागीदारी की। प्रभागीय वनाधिकारी श्री आदित्य रत्ना ने बताया कि सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक 5000 पौधे लगाए जाएंगे तथा नदी घाटों, धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे। इसी क्रम में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।


केंद्रीय मंत्री श्री अजय टम्टा ने दिशा बैठक की अध्यक्षता, विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा
अजय टम्टा एवं जिलाधिकारी बागेश्वर

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। मंत्री जी ने लोक निर्माण विभाग को सड़क निर्माण की गुणवत्ता से समझौता न करने और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत लंबित पुलों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।

उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत अनुमान प्रस्तुत करने और सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण हेतु ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर त्वरित कार्यवाही करने को कहा।स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में रिसाव की समस्या का स्थायी समाधान निकालने तथा जन औषधि केंद्रों में सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। बीएसएनएल को मोबाइल नेटवर्क सेवाओं को बेहतर बनाने, यूपीसीएल को आपदा प्रभावित सेवाओं पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने पर विशेष बल दिया गया।