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उत्तराखण्डी लोकगायिका हेमा नेगी करासी का संगीत का सफर कैसे हुआ शुरू, आप भी जानें (जीवनी) Hema Negi Karasi Biography

2005 में हेमा नेगी करासी ने एक गढ़वाली गीत एल्बम रिलीज की। गीत एल्बम "क्या बुन तब" रिलीज होने के बाद एल्बम के गीतों को लोगों ने काफी पसंद किया
Singer- Hema Negi Karasi

ब्यूरो उत्तराखंड न्यूज़ वाणी
उत्तराखण्ड की संस्कृति को आगे बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभा रही स्वर कोकिला लोकगायिका हेमा नेगी करासी Folk Singer Hema Negi Karasi के गीत इन दिनों धूम मचा रहे हैं ।  हेमा नेगी करासी को अब हर कोई उत्तराखण्डी संगीत प्रेमी जानने लगे हैं परंतु इनके बारे में लोग कम ही जानते हैं। आज हम आपको इस लोक गायिका के बारे में बताने जा रहे है। हेमा नेगी करासी का संगीत के क्षेत्र में गायकी की शुरूआत कब और कैसे हुई? हेमा नेगी करासी ने बताया कि बचपन से ही गीत संगीत का काफी शौक था, स्कूल में होने वाले छोटे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया करती थी। जिसके बाद संगीत के क्षेत्र में और भी ररुचि बढ़ने लगी।


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तभी वर्ष 2003 में जीआईसी कांडई के वार्षिकोत्सव में पहली बार सार्वजनिक मंच में हेमा नेगी करासी Hema Negi Karasi ने "धरती हमर गढ़वाल की" गीत की प्रस्तुती दी । जिसमें आये सभी दर्शक  ही नही बल्कि वहां आये आकाशवाणी व दूरदर्शन के आये सभी जाने माने सितारे भी इस गीत पर झूम उठे तथा गायकी की भी खूब सराहना की। तभी से उन्होंने अपनी गायकी के क्षेत्र में कदम रखना शुरू कर दिया था।

अभिनय करती हेमा नेगी करासी

 

हेमा नेगी करासी की जीवनी Hema Negi Karasi Biography

हेमा नेगी करासी का जन्म 5 April 1984  अगस्तमुनि विकासखंड टुखिण्ड़ा गाँव निवासी  चन्द्र सिंह नेगी व बच्ची देवी के घर हुआ था। हेमा नेगी करासी की प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही स्कूल से प्राप्त की। हेमा ने बताया कि बचपन से जागर, मांगल गीत व पर्यावरण से जुड़े गीतों में रुचि थी। वहीं जब हेमा चार साल की थी तभी उनके पिताजी चंद्र सिंह नेगी का देहांत हो गया था। तभी परिवार का पूरा बोझ माता जी बच्ची देवी पर पड़ गया। उन्होंने कठोर परिश्रम के साथ साथ बेटी हेमा नेगी का भरण पोषण व हौसले को टूटने नही दिया । प्रारम्भिक शिक्षा के बाद स्नातक की पढ़ाई करने लगे तभी पढ़ाई के साथ साथ गायकी के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना शुरू किया। तभी वर्ष  2005 में हेमा नेगी करासी ने एक गढ़वाली गीत एल्बम रिलीज की। गीत एल्बम "क्या बुन तब" रिलीज होने के बाद एल्बम के गीतों को लोगों ने काफी पसंद किया। 

एल्बम "क्या बुन तब" के अपार सफलता के बाद गढ़ रत्न लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी के साथ "कथा कार्तिक स्वामी" गीत एल्बम में गाने का मौका मिला । इस एल्बम रिलीज होने के बाद लोगों तक और भी पहचान बढ़ने लगी। इसके बाद अपनी गायकी को और भी बेहतरीन बनाने के बाद हेमा नेगी करासी ने वर्ष 2011-12  में गीत एल्बम "माँ मठियाणी माई" और वर्ष 2013 में "गिर गेंदुवा" गीत एल्बम रिलीज किया तभी उन्हें लोकगायन के क्षेत्र में विशेष पहचान मिली। हेमा नेगी करासी अपने गाये हुए सुपरहिट वीडियो गीतों में अभिनय करते भी नजर आते हैं।

हेमा नेगी का यह वीडियो गीत को आप भी देखें:- 


हेमा नेगी करासी के सुपर हिट गढ़वाली वीडियो गीत Hema Negi Karasi Superhit Garhwali Video Song

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