पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला तहसील क्षेत्र के तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग स्थित कोकलाखेत में बीते दिन अचानक भारी भूस्खलन हो गया
उत्तराखंड न्यूज़ वाणी
पहाड़ों में अभी भी तबाही का मंजर खत्म नही हुआ है। एक दर्दनाक खबर धारचूला पिथौरागढ़ से सामने आ रही है। बीते दिनों लगातार बढ़ती बारिश से पहाड़ों की नाजुक हालत बनी हुई है। जैसे ही चटक धूप पहाड़ों पर पड़ती है वैसे ही पहाड़ खिसकने दूर हो रहे हैं। यहाँ तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग पर स्थित कोकलखेत में चटक धूप के बीच एक पहाड़ तेज गर्जना के साथ टूट गया है। यहां पहाड़ दरकने की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के ग्रामीण दहशत में आ गए लेकिन आसपास नजर घुमाने पर उन्हें धूल का गुबार ही नजर आया। यहां लोगों के अनुसार पहाड़ दरकने की आवाज इतनी तेज थी कि एक पल के लिए तो उन्हें ऐसा लगा जैसे कोई भयानक विस्फोट हुआ हों। बताया गया है कि इस भयावह भूस्खलन landslide से एक गोशाला को नुकसान पहुंचा है। गोशाला में बंधी एक गाय, बछड़ा और कुछ मुर्गियां दबकर मर गईं हैं।
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पिथौरागढ़ में टूटा पहाड़ |
मिली जानकारी के मुताबिक पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला तहसील क्षेत्र के तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग स्थित कोकलाखेत में बीते दिन अचानक भारी भूस्खलन हो गया। देखते ही देखते पूरा पहाड़ तेज गर्जना करते हुए नीचे आ गिरा जिससे आस पास के गांवों में हड़कंप मच गया। इस भयावह आपदा से एक गोशाला बुरी तरह ध्वस्त हो गई है हालांकि गौशाला में किसी व्यक्ति के नहीं होने से जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है लेकिन गोशाला में एक गाय, बछड़ा और कुछ मुर्गियां दबकर मर गईं हैं। इतना हीं नहीं भूस्खलन से 11 केवी बिजली लाइन टूट चुकी है, जिससे पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भंग हो चुकी है। सूचना मिलते ही तहसील मुख्यालय से 22 किमी दूर स्थित कोकलखेत में पहुंची राजस्व टीम ने भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेना शुरू कर दिया है।