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मोना की बाजार Mona Ki Bazar गीत सोशल मीडिया में मचा रहा धमाल , विजेन्द्र का यह गीत लोगों को खूब आ रहा पसंद

 


भारतीय सेना में तैनात रहकर भी विजेन्द्र अपनी संस्कृति के लिए भी काम कर रहे हैं जानें इनके बारे में

सोशल मीडिया में आजकल मोना की बाजार गीत धमाल मचा रहा है। इस गीत की वीडियो को लोग खूब पसंद कर रहे हैं । पूजा इंटरटेनमेंट यूट्यूब चैनल के माध्यम से इस वीडियो गीत को रिलीज किया गया। पूजा इंटरटेनमेंट चैनल की शुरुआत हाल ही में हुई है जिसमें अभी तक 2 हजार करीब सदस्य जुड़े हुए हैं , कम सदस्य जोड़ने पर भी इस गीत को 1 लाख 14 हजार से ज्यादा लोगों ने यूट्यूब पर देख लिया है । मोना की बाजार गीत को युवा गायक फौजी विजेन्द्र ने गाया है । इस गीत में जाने माने संगीतकार रणजीत सिंह ने संगीत दिया है । मोना की बाजार गीत का वर्णन (लिखा) राम सिंह ने किया है। वीडियो में पहाड़ी बॉय हनी ग्रुप ने बेहतरीन अभिनय किया है जो लोगों को पसंद आ रहा है। पूजा इंटरटेनमेंट चैंनल के निर्माता पूजा आर्या है । विजेन्द्र एक भारतीय सेना के जवान है जो देश की रक्षा के साथ-साथ पहाड़ की संस्कृति को बचाने में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं । विजेंद्र के कई गीत यूट्यूब के माध्यम से रिलीज हुए हैं उन गीतों के मुताबिक इस मोना की बाजार वीडियो गीत को 2 महीने में अच्छे व्यूज मिल चुके हैं । 

फौजी विजेन्द्र- युवा गायक

युवागायक फौजी विजेन्द्र ने बताया कि मौना की बाजार हिरू गीत की सफलता के बाद लगातार गीत आ रहे हैं । विजेंद्र मूलरूप से कफुड़ा ( रामगढ), के रहने वाले है उनकी स्नातक की पढ़ाई SSS जीना अल्मोड़ा से हुई। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद विजेन्द्र भारतीय सेना में भर्ती हो गये । तभी से  विजेंद्र भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। गायक फौजी विजेंद्र को बचपन से ही गीत संगीत का बहुत ही शौक रहा है । सेना में भर्ती होने के कुछ साल बाद अपनी संस्कृति के लिए काम करने लगे। विजेंद्र ने अपनी पहाड़ की संस्कृति में एक अलग पहचान बना ली है। मोना की बाजार वीडियो गीत स्थानीय जगह मोना एक गांव से आधारित गीत बना हुआ है गांव का वर्णन करके गीत के माध्यम से लोगों को मोना जगह के बारे में बताया है।

दरअसल उत्तराखंड के कई गांव ऐसे हैं जहां अभी तक अपनी पौराणिक , संस्कृति अच्छी तरह से लोगों के बीच नही ला पाते हैं । इसी देखते  हुए गाँव का खानपान रहन-सहन तथा बोली भाषाओं से अपनी गीत के अनुसार गायिकी से आजकल के युवाओं द्वारा अलग ही पहचान देते हैं।


वर्तमान में विजेन्द्र के कुछ गीत इन प्रकार से हैं-

बाराही मैय्या, 

काजल सुवा की आँखो मा, 

रंगरूटी ट्रेनिंग मा.. आदि अनेक गीत आ चुके है 

इन गीतों में बाद विजेन्द्र ने यह भी बताया कि बाराही मैय्या गीत की रचना सुनील नाथ गोस्वामी ने की है जिस गीत को फौजी विजेंद्र ने अपनी मधुर आवाज में गाया है। उन्होंने बताया कि संगीत में रुचि बचपन से होने से सेना मे कार्यरत होने के साथ-साथ उन्हें उत्तराखण्डी गीत-संगीत  से काफी लगाव  है । विजेन्द्र का मानना है कि हमारी पहाड़ की संस्कृति बची रहे। विजेन्द्र ने यह भी बताया कि उनके और गीत आने वाले है जो रामगढ़, मुक्तेश्वर और कपिलेश्वर मंदिर पर आधारित गीत है।