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Bageshwar News: बागेश्वर जिले ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में किया शानदार प्रदर्शन

बागेश्वर जिले ने शानदार प्रदर्शन करते हुए  10 स्वर्ण,21 रजत और 7 कांस्य पदक सहित कुल 38 पदक जीते
प्रतिभागी छात्र छात्राएं

उत्तराखंड न्यूज़ वाणी ब्यूरो

बागेश्वर। राज्य स्तरीय विद्यालय सत्संग मार्शल आर्ट खेल प्रतियोगिता में बागेश्वर जिले ने शानदार प्रदर्शन करते हुए  10 स्वर्ण,21 रजत और 7 कांस्य पदक सहित कुल 38 पदक जीते । जिससे बागेश्वर जिले को राज्य स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।  राज्य स्तरीय विद्यालय शस्त्रांग मार्शल आर्ट खेल का आयोजन 15- 16 अक्टूबर 2022 को चंपावत जनपद में आयोजित की गई थी जिसमें राज्य स्तर से उत्तराखंड के सभी प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

इन प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर चंपावत जिला, द्वितीय स्तर पर बागेश्वर जिला और  तृतीय स्थान पर पौड़ी जिला रहा। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि चंपावत जिले की जिला पंचायत अध्यक्षा ज्योति राय द्वारा की गई तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी चंपावत जितेंद्र सक्सेना द्वारा की गई। राज्य स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने वाले बागेश्वर के 10 खिलाड़ियों का चयन स्कूल स्तरीय राष्ट्रीय शस्त्रांग मार्शल आर्ट खेल प्रतियोगिता के लिए हुआ। 

प्रतिभाग पत्र

इन खेलों में बागेश्वर जिले के दूरस्थ विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज बदियाकोट के खिलाड़ियों ने जिले का नाम रोशन करते हुए 6 स्वर्ण 12 रजत और 4 कांस्य पदक जीते , राजकीय इंटर कॉलेज कर्मी के विद्यार्थियों ने 2 स्वर्ण 5 रजत तथा 1 कांस्य पदक अपनी झोली में डाला। टीम के साथ मुख्य प्रशिक्षक एवं शस्त्रांग मार्शल आर्ट एसोसिएशन उत्तराखंड के सचिव सुनील मिश्रा जो कि व्यायाम शिक्षक राजकीय इंटर कॉलेज बदियाकोट के पद पर कार्यरत है , उन्होंने बताया कि बागेश्वर जिले ने शस्त्रांग मार्शल आर्ट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए यहां के दुर्गम विद्यालयों के बच्चों ने अपना लोहा मनवाया और ये बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर भी यह जिले का नाम रोशन करेंगे। सभी खिलाड़ियों के साथ कुमारी शबाना राजकीय इंटर कॉलेज सुराग, खीम सिंह राजकीय इंटर कॉलेज कर्मी आदि प्रशिक्षक सम्मलित रहे। 

बच्चों की एक अभूतपूर्व सफलता से राजकीय इंटर कॉलेज बदियाकोट  के प्रधानाचार्य रामानुज कुमार सिंह पंकज देव धीरज पांडे त्रिभुवन सिंह प्रताप सिंह विजेंद्र दलीप कोरंगा सूरज कुमार मोहनराम हरीश कपकोटी सुरेंद्र सिंह ललित मोहन पाठक आदि के द्वारा बच्चों का उत्साहवर्धन और मनोबल बढ़ाने हेतु में विद्यालय में सम्मानित किया गया।